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छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेंटर द्वारा साइंस कैंप का प्रारंभ आस्था विद्या मंदिर जावंगा में किया गया।

Published on: September 8, 2025
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चार दिवसीय विज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम दंतेवाड़ा जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग सहयोग से आयोजित किया गया।

गीदम, जिला दंतेवाड़ा, 8 सितंबर 2025


छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष के अवसर पर छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेंटर रायपुर के द्वारा दंतेवाड़ा जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग के सहयोग से गीदम विकासखंड के अंतर्गत एजुकेशन सिटी जावंगा स्थित आस्था विद्या मंदिर इंग्लिश मीडियम स्कूल में पाँच दिवसीय “साइंस कैंप 2025” का विधिवत शुभारंभ किया गया। उद्घाटन अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी एस के अम्बस्ता, जिला मिशन समन्वयक हरीश प्रताप सिंह गौतम, गीदम विकासखंड शिक्षा अधिकारी भवानी पूनेम, एपीसी कमल कर्मकार, खंड स्रोत समन्वयक जीतेन्द्र चौहान एवं आस्था विद्या मंदिर प्राचार्य बिरेंद्र शर्मा ने उपस्थित रहे। अतिथियों ने बताया कि यह पहल से शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और बच्चों में आत्मविश्वास जगाने में अत्यंत सहायक सिद्ध होगी एवं दृष्टिकोण और तार्किक सोच को मजबूत करेगा। विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, वैज्ञानिक जिज्ञासा और नवाचार की भावना जागृत करेगा जो भविष्य में उन्हें एक सजग, सक्षम एवं प्रभावशाली नागरिक के रूप में विकसित करने में सहायक सिद्ध होगा। छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेंटर रायपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी प्रज्ञा कदम ने विज्ञान कार्यशाला का परिचय प्रस्तुत करते हुए कहा कि साइंस कैंप बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवाचार और जिज्ञासा को विकसित करेगा। विद्यार्थी प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान को केवल पढ़ें नहीं, बल्कि उसे जीवन में अपनाएं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेंटर के महानिदेशक डॉ एस कर्मकार एवं परियोजना संचालक डॉ शिरीष कुमार सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है। इनकी दूरदर्शिता और वैज्ञानिक शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के कारण यह साइंस कैंप विद्यार्थियों के लिए ज्ञान, प्रयोग और नवाचार का अद्वितीय मंच बन पाया। विद्यार्थियों ने फन विथ फिजिक्स के विषय पर प्रकाश के अपवर्तन एवं परावर्तन पर आधारित प्रयोग (पिनहोल कैमरा, कैलिडोस्कोप, ऑप्टिकल इल्यूजन), वायु दबाव से चलने वाले मॉडल (गुब्बारा कार, फव्वारा), तथा टेलीस्कोप और पेरिस्कोप का निर्माण किया। इसके साथ ही, मजेदार विज्ञान क्विज में हिस्सा लिए विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यशाला में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई से आए विशेषज्ञों की टीम ने विद्यार्थियों को हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण प्रदान किया। विद्यार्थियों ने न सिर्फ प्रयोग किए, बल्कि उनके पीछे के वैज्ञानिक सिद्धांतों को भी व्यावहारिक रूप से समझा। आगामी चार दिनों में रसायन विज्ञान, गणित, कंप्यूटर एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता तथा कबाड़ से जुगाड विषयों पर रोचक सत्र होंगे। कार्यक्रम में प्रणीत सिंहा, श्रेया मिश्रा, जूनियर रिसर्च फेलो साइंस सेंटर, शिक्षकगण उपस्थित रहे।

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